
हिमालय टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
श्रीनगर गढ़वाल। इंदर सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय में आज दिनांक 13 अक्टूबर 2025 को एक महत्वपूर्ण आयोजन के तहत अभिभावक-शिक्षक संघ समिति का गठन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ.बी.आर.भद्री के निर्देशन में तथा समिति प्रभारी डॉ.अरविंद नारायण के संयोजन में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर शिक्षकों,अभिभावकों एवं छात्र-छात्राओं ने सक्रिय सहभागिता निभाई। कार्यक्रम का शुभारंभ समिति समन्वयक डॉ.अरविंद नारायण के स्वागत भाषण से हुआ। उन्होंने सभी अतिथियों एवं अभिभावकों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए अभिभावक-शिक्षक संघ के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस समिति के माध्यम से अभिभावक और शिक्षकों के बीच समन्वय स्थापित होगा,जिससे विद्यार्थियों की शैक्षणिक प्रगति के साथ-साथ महाविद्यालय के समग्र विकास में भी सहयोग मिलेगा। इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य डॉ.बी.आर.भद्री ने कहा कि महाविद्यालय के विकास में अभिभावकों की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। जब अभिभावक शिक्षा प्रक्रिया से जुड़ते हैं,तब शिक्षण की गुणवत्ता और विद्यार्थियों का आत्मविश्वास दोनों बढ़ते हैं। अभिभावक संस्था महाविद्यालय और समाज के बीच एक सशक्त सेतु का कार्य करेगी। उन्होंने महाविद्यालय की वर्तमान दशा,उपलब्ध संसाधनों तथा भावी योजनाओं पर भी विस्तृत जानकारी दी और अभिभावकों से सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की। इसके उपरांत सर्वसम्मति से अभिभावक-शिक्षक संघ समिति का गठन किया गया,जिसमें निम्न पदाधिकारी चुने गए। संयोजक/प्राचार्य डॉ.बी.आर.भद्री,अध्यक्ष गीता देवी,उपाध्यक्ष आशा देवी,सचिव डॉ.अरविंद नारायण,कोषाध्यक्ष रायपाल सिंह,उपमंत्री हुकम लाल,सलाहकार मंडल-शाबा देवी,संगीता देवी,मीना देवी,लक्ष्मी देवी,गठन के बाद आयोजित चर्चा सत्र में महाविद्यालय के शिक्षकों डॉ.अन्धरुति शाह,डॉ.अनुरोध प्रभाकर,डॉ.बबीत बिहान,डॉ.पुष्पा झाबा,डॉ.अरविंद नारायण,डॉ.गोविंद कुमार और प्रकाश चंद्र ने विद्यार्थियों की शैक्षणिक उन्नति,करियर काउंसलिंग,छात्रवृत्ति,राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS),नैक (NAAC) मूल्यांकन, खेलकूद एवं अन्य गतिविधियों पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम के अंत में डॉ.अनुरोध प्रभाकर ने सभी उपस्थित जनों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन शिक्षा जगत में अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करते हैं,जो भविष्य में सकारात्मक परिणाम देंगे। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षकगण,कार्यालय कर्मी,बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं एवं उनके अभिभावकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन उत्साह,सहभागिता और सहयोग की भावना से परिपूर्ण रहा,जिसने महाविद्यालय में एक नई ऊर्जा और पारस्परिक संवाद का वातावरण निर्मित किया।