
हिमालय टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
पौड़ी गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के डॉ.बीजीआर परिसर पौड़ी में आज दिनांक 11 अक्टूबर 2025 को स्नातक स्तर के बीए,बीएससी,बीकॉम एवं एलएलबी प्रथम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं के लिए एक दिवसीय दीक्षारम्भ-छात्र परिचय एवं अभिमुखीकरण कार्यक्रम (Student Induction Programme) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नवप्रवेशित विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के शैक्षणिक वातावरण,नीतियों,सुविधाओं और बहुआयामी गतिविधियों से परिचित कराना था। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता करते हुए अनेक महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की। कार्यक्रम का शुभारंभ परिसर निदेशक प्रो.यू.सी.गैरोला के उद्बोधन से हुआ। उन्होंने नवप्रवेशित विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय जीवन केवल शिक्षा तक सीमित नहीं,बल्कि यह आत्मविकास,अनुशासन,विचारशीलता और समाजसेवा की भावना को विकसित करने का भी अवसर है। विद्यार्थी जीवन में जितना अधिक अनुशासन और जिज्ञासा होगी,भविष्य उतना ही उज्ज्वल बनेगा। उन्होंने विद्यार्थियों को परिसर की शैक्षणिक एवं प्रशासनिक संरचना,पुस्तकालय,प्रयोगशालाओं,छात्र कल्याण सेवाओं तथा अन्य महत्वपूर्ण सुविधाओं की जानकारी भी दी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो.ए.के.डोबरियाल ने विद्यार्थियों को नई शिक्षा नीति 2020 (एनईपी-2020) के उद्देश्यों,संरचना और प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि एनईपी-2020 शिक्षा को अधिक लचीला,व्यावहारिक और कौशलोन्मुख बनाती है। यह विद्यार्थियों को अपनी रुचि के अनुसार विषय चुनने और बहुविषयक अध्ययन के अवसर प्रदान करती है। प्रो.डोबरियाल ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे इस नई नीति के अवसरों का लाभ उठाते हुए न केवल अकादमिक बल्कि व्यावहारिक जीवन में भी उत्कृष्टता प्राप्त करें। कार्यक्रम में डॉ.गौतम कुमार और डॉ.विक्रम नेगी ने विश्वविद्यालय में डीएसडब्ल्यू (Dean Students Welfare) कार्यालय द्वारा संचालित एनसीसी,एनएसएस एवं खेलकूद गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये सभी कार्यक्रम विद्यार्थियों में देशभक्ति,सेवा भावना,नेतृत्व क्षमता और टीम स्पिरिट को विकसित करते हैं। विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के विभिन्न सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया गया। प्रो.एस.सी.गैरोला (डीडीएसडब्ल्यू) ने विश्वविद्यालय की प्रशासनिक संरचना,छात्र कल्याण विभाग की भूमिका और विद्यार्थियों को प्रदान की जाने वाली शैक्षणिक एवं परामर्श सेवाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु समर्पित है और हर संभव सहयोग प्रदान करता है। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ.नवीन चंद्र द्वारा किया गया। उन्होंने सत्रों का प्रभावशाली समन्वयन करते हुए वक्ताओं और विद्यार्थियों के बीच सार्थक संवाद सुनिश्चित किया। इस अवसर पर परिसर के अन्य प्राध्यापकों में प्रो.पी.पी.बडोनी,प्रो.रिहाना जैदी,प्रो.अनूप पांडे,डॉ.सी.बी.कोटनाला,डॉ.सरिता,डॉ.अमन शर्मा सहित अनेक शिक्षकों की गरिमामयी उपस्थिति रही। यह दीक्षारम्भ कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय जीवन का प्रेरणादायी आरंभ सिद्ध हुआ,जिसने उन्हें न केवल शैक्षणिक दिशा दी बल्कि समाजसेवा,नैतिकता और आत्मविकास की ओर भी अग्रसर किया।