
हिमालय टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के टेक्नोलॉजी प्री-इन्क्यूबेशन सेल टीपीआईसी ने युवाओं में उद्यमशीलता की भावना जागृत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए ई-सेल आईआईटी बॉम्बे तथा आईहब दिव्य संपर्क आईआईटी रुड़की के सहयोग से राष्ट्रीय उद्यमिता चुनौती National Entrepreneurship Challenge के अंतर्गत इल्युमिनेट (Illuminate) नामक एक दिवसीय प्रबुद्ध कार्यशाला का सफल आयोजन किया। यह कार्यक्रम 15 अक्टूबर 2025 को विश्वविद्यालय के चौरास परिसर में संपन्न हुआ। कार्यशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों में स्टार्टअप कल्चर,व्यावसायिक मॉडल निर्माण,वित्तीय प्रबंधन और नवाचार आधारित उद्यमिता की समझ विकसित करना था,ताकि वे भविष्य में आत्मनिर्भर और रोजगार सृजक बन सकें। इस अवसर पर रिसोर्स पर्सन वरुण तिवारी,सीईओ जेनेसिस एवं इंटेलिजियन स्टार्टअप्स सदस्य,क्वांटम यूनिवर्सिटी इनोवेशन काउंसिल रुड़की ने विद्यार्थियों को अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि सफल उद्यमिता का मूल मंत्र है नवाचार,दृढ़ निश्चय और जोखिम उठाने की क्षमता। उन्होंने पूरे सत्र में विद्यार्थियों को व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से स्टार्टअप की रूपरेखा बनाने,निवेश जुटाने और टीम प्रबंधन के गुर सिखाए। इंटरैक्टिव सत्रों और समूह गतिविधियों के माध्यम से छात्रों ने न केवल व्यावसायिक विचार प्रस्तुत किए बल्कि अपने प्रोजेक्ट्स पर फीडबैक भी प्राप्त किया। प्रो.वाई.पी.रेवानी निदेशक आईक्यूएसी,एचएनबीजीयू ने प्रतिभागियों को विभिन्न वित्त पोषण एजेंसियों,सरकारी योजनाओं और स्टार्टअप इंडिया के अवसरों के बारे में जानकारी दी। वहीं प्रो.हेमवती नंदन निदेशक अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ ने विज्ञान,प्रौद्योगिकी और नवाचार के समन्वय को उद्यमिता विकास की कुंजी बताया और छात्रों को आइडिया से इम्पैक्ट तक की यात्रा पर प्रेरित किया। कुलपति प्रो.श्रीप्रकाश सिंह,कार्यवाहक कुलपति प्रो.एम.एम.एस.रौथाण,कुलसचिव प्रो.राकेश ढोडी,चौरास परिसर निदेशक प्रो.आर.एस.नेगी तथा वित्त अधिकारी डॉ.संजय ध्यानी ने आयोजन समिति को इस ज्ञानवर्धक कार्यशाला के लिए बधाई दी और छात्रों को नवाचार के क्षेत्र में अग्रसर रहने का आह्वान किया। टीपीआईसी के संकाय समन्वयक डॉ.डिगर सिंह,डॉ.रोहित महर,डॉ.वरुण बर्थवाल एवं डॉ.भास्करन ने संयुक्त रूप से उद्यमिता के सामाजिक और आर्थिक महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय स्तर पर ऐसे कार्यक्रम छात्रों में आत्मविश्वास और नवाचार की भावना को प्रबल करते हैं। कार्यक्रम का संचालन राहुल सिंह ने छात्र समन्वयक टीम के सहयोग से किया। कार्यशाला में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के लगभग 70 छात्रों ने सक्रिय भागीदारी की। इल्युमिनेट कार्यशाला ने विश्वविद्यालय के छात्रों में नवाचार और आत्मनिर्भरता की ज्योति प्रज्वलित की जिससे गढ़वाल विश्वविद्यालय उद्यमिता शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने की दिशा में एक सशक्त कदम बढ़ा रहा है।