
हिमालय टाइम्स
गबर सिंह भण्डारी
पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित करते हुए हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के डॉ.बीजीआर परिसर पौड़ी में 10 अक्टूबर 2025 को मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ द्वारा एक विशेष मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ परिसर निदेशक एवं मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रो.यू.सी.गैरोला ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। उन्होंने अपने उद्घाटन संबोधन में कहा कि जीवन में सफलता केवल शारीरिक श्रम का परिणाम नहीं होती,बल्कि एक संतुलित और स्वस्थ मानसिक अवस्था ही व्यक्ति को निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर करती है। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे दैनिक चुनौतियों का सामना सकारात्मक दृष्टिकोण से करें और मानसिक दृढ़ता को जीवन का आधार बनाएं। गृह विज्ञान विभाग की प्रो.रेखा नैथानी ने मानसिक स्वास्थ्य के मूलभूत स्तंभों-भावनात्मक स्थिरता,आत्म-जागरूकता और सामाजिक सहयोग पर विस्तारपूर्वक विचार रखते हुए कहा कि संतुलित दिनचर्या,सजगता और आत्म-अनुशासन जीवन में मानसिक दृढ़ता लाने के प्रमुख साधन हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को सरल व्यावहारिक उपायों के माध्यम से मनोवैज्ञानिक स्थिरता बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। इसके पश्चात वाणिज्य विभाग के प्रो.अनूप पांडे ने तनावमुक्त जीवन के लिए समय प्रबंधन,लक्ष्य निर्धारण और सकारात्मक चिंतन की उपयोगिता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि अध्ययन का दबाव तभी सहनीय बनता है जब विद्यार्थी आत्मनियंत्रण और योजना-बद्ध दृष्टिकोण अपनाते हैं। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण गृह विज्ञान विभाग की डॉ.सुरेखा शर्मा की अनूठी संगीत-आधारित प्रस्तुति रही, जिसमें उन्होंने संगीत और भावनाओं के समन्वय से मानसिक स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं को रचनात्मक रूप से प्रस्तुत किया। उनकी प्रस्तुति ने कार्यक्रम में संवादात्मकता और ताजगी का नया आयाम जोड़ा। इस अवसर पर प्रो.रेहाना जैदी, प्रो.अनीता रुडोला,प्रो.एस.सी.गैरोला,प्रो.पीयूष सिन्हा,डॉ.सी.बी.कोटनाला,डॉ.सरिता गौड,डॉ.विक्रम सिंह नेगी और डॉ.मनोज कुमार सहित अनेक प्रतिष्ठित संकाय सदस्य एवं शोधार्थी उपस्थित रहे। छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी ने पूरे कार्यक्रम को जीवंत और सार्थक बना दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ.ल्हामू छेरिंग डुक्पा के कुशल समन्वय में संपन्न हुआ। समापन सत्र में डॉ.अतुल सैनी ने सभी अतिथियों,वक्ताओं और प्रतिभागियों का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मानसिक स्वास्थ्य केवल व्यक्तिगत नहीं,बल्कि सामूहिक चेतना का विषय है,क्योंकि स्वस्थ मन ही स्वस्थ समाज का निर्माण करता है।