
हिमालय टाइम्स गबर सिंह भण्डारी
श्रीनगर गढ़वाल।श्रीनगर से श्रीकोट तक के बीच आरवीएनएल रेल विकास निगम लिमिटेड द्वारा चलाए जा रहे रेलवे लाइन निर्माण कार्य ने क्षेत्रवासियों की सांसें तक दूभर कर दी हैं। निर्माण स्थल से उड़ती धूल और राजमार्ग पर पानी का अभाव स्थानीय जनता के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुका है। क्षेत्र के जागरूक नागरिक पृथ्वी सिंह बिष्ट और राकेश सिंह असवाल ने इस गंभीर मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भेजा है। पत्र में उन्होंने उल्लेख किया है कि पिछले कई महीनों से रेलवे निर्माण कार्य के चलते राजमार्ग पर लगातार धूल उड़ रही है। निर्माणदायी कंपनी की ओर से पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा,जिसके कारण भारी वाहनों के गुजरते ही पूरा इलाका धूल के बादलों में डूब जाता है। लोगों का कहना है कि सुबह-शाम सड़कों पर पैदल चलना या दुपहिया वाहन चलाना मुश्किल हो गया है। दुकानदारों के सामान पर धूल जम जाती है,और बच्चों तथा बुजुर्गों में सांस,आंख और एलर्जी जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय निवासियों ने कई बार रेलवे अधिकारियों और प्रशासन से इस समस्या के समाधान की मांग की,लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। नागरिकों का कहना है कि विकास कार्य जरूरी है,परंतु उसके साथ जनस्वास्थ्य और पर्यावरण सुरक्षा की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की है कि संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश जारी कर राजमार्ग पर नियमित पानी छिड़काव और प्रदूषण नियंत्रण के ठोस उपाय सुनिश्चित किए जाएं,ताकि स्थानीय जनता को राहत मिल सके। हम विकास के खिलाफ नहीं हैं,परंतु विकास के नाम पर लोगों की सेहत से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।