बैकुंठ चतुर्दशी मेला: भव्य तैयारी और सुझाव पेटिका बनी आकर्षण

नगर निगम श्रीनगर ने मेले की तैयारियां तेज कर दी हैं और इसे ऐतिहासिक व यादगार बनाने के लिए आम जनता को भी सहभागी बनाने की पहल की है।
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श्रीनगर की संस्कृति और धार्मिक परंपरा का प्रतीक बैकुंठ चतुर्दशी मेला इस वर्ष और भी भव्य स्वरूप लेने जा रहा है। नगर निगम श्रीनगर ने मेले की तैयारियां तेज कर दी हैं और इसे ऐतिहासिक व यादगार बनाने के लिए आम जनता को भी सहभागी बनाने की पहल की है। इसी क्रम में निगम परिसर में सुझाव पेटिका स्थापित की गई है, जहां नगरवासी अपने बहुमूल्य सुझाव दर्ज करा सकते हैं। नगर निगम की मेयर आरती भंडारी ने जानकारी देते हुए कहा बैकुंठ चतुर्दशी मेला हमारे शहर की सांस्कृतिक पहचान है। इस मेले को और भी भव्य,सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए हम चाहते हैं कि प्रत्येक नागरिक अपनी राय रखे। आपके सुझाव हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। मेले की तैयारियों को लेकर निगम विशेष रूप से सुरक्षा व्यवस्था,यातायात प्रबंधन,स्वच्छता अभियान,पेयजल व प्रकाश व्यवस्था,सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और स्थानीय उत्पादों के प्रदर्शन जैसे बिंदुओं पर फोकस कर रहा है। इस बार मेले में स्थानीय कलाकारों और लोक संस्कृति को प्रमुख स्थान देने की भी योजना है,जिससे नई पीढ़ी अपने सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ सके। सुझाव पेटिका 1 सितंबर 2025 सोमवार तक नगर निगम कार्यालय में उपलब्ध रहेगी। इसके बाद प्राप्त सभी सुझावों पर निगम की बैठक में विचार कर उन्हें मेले की रूपरेखा में शामिल किया जाएगा। नगर निगम ने अपील की है कि नागरिक अपने सुझाव समय पर दर्ज कराएं,ताकि यह मेला केवल धार्मिक आस्था का पर्व ही नहीं,बल्कि सांस्कृतिक एकता और जनभागीदारी का उत्कृष्ट उदाहरण बन सके। जन-जन की भागीदारी से जब सजेंगे आयोजन के रंग,तब बैकुंठ चतुर्दशी मेला पहुंचेगा नई ऊंचाइयों पर।

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