संवाददाता – गबर सिंह भण्डारी, हिमालय टाइम्स श्रीनगर गढ़वाल।
जैसे-जैसे पंचायत चुनाव 2025 की सरगर्मियाँ तेज हो रही हैं, गढ़वाल के गांवों में चुनावी चर्चा चरम पर है। गांव-गांव और गली-गली में प्रत्याशियों के पक्ष में जनसंपर्क अभियान जोर पकड़ रहा है। इसी माहौल में खिर्सू विकास खंड के सिंगोरी क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य पद के प्रबल दावेदार चतर सिंह रावत अपनी जनआधारित कार्यशैली और मिलनसार छवि के चलते चर्चा के केंद्र में आ गए हैं।
चतर सिंह रावत घर-घर जाकर जनसंपर्क कर रहे हैं, लोगों की समस्याएँ सुन रहे हैं और उन्हें भरोसा दिला रहे हैं कि अगर जनता का आशीर्वाद मिला, तो जनसमस्याओं का समाधान उनकी पहली प्राथमिकता होगी। उनका कहना है:
“जनता की सेवा ही मेरा संकल्प है।“
रावत की सादगी, सक्रियता और सामाजिक भागीदारी ने उन्हें एक भरोसेमंद जनप्रतिनिधि के रूप में स्थापित कर दिया है। वे सिर्फ चुनावी समय में नहीं, सामान्य दिनों में भी जनहित के मुद्दों पर मुखर रहते हैं।
स्थानीय मतदाता उन्हें केवल एक प्रत्याशी नहीं, बल्कि “अपने जैसा इंसान” और “जनसरोकारों का प्रतिनिधि” मानकर खुला समर्थन दे रहे हैं। कई वरिष्ठ नागरिकों का कहना है कि वे चतर सिंह को नहीं, अपने क्षेत्र के भविष्य को वोट दे रहे हैं।
उनकी बढ़ती लोकप्रियता और जनसभा में उमड़ती भीड़ ने विरोधी खेमों की चिंता बढ़ा दी है। साफ-सुथरा राजनीतिक इतिहास और जमीन से जुड़ी शैली ने उन्हें मुकाबले में सबसे आगे कर दिया है।
फिलहाल यह स्पष्ट है कि चतर सिंह रावत की दमदार मौजूदगी ने इस बार के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को न केवल प्रतिस्पर्धी बनाया है, बल्कि इसे जनसरोकारों से भी जोड़ा है।